कृष्ण, तुमने अच्छा नहीं किया!अवतार' श्रीकृष्ण से आज की स्त्री का 'मानवीय'संवाद:
कृष्ण
कृष्ण
तुमने अच्छा
नहीं किया
डाली जो परम्परा
बढ़ा चीर
द्रौपदी का
कर दिए तुमने
ग्लानि_उत्तरदायित्व मुक्त
युधिष्ठिर भीष्म
सभी सभागण
कर डाली तुमने
नपुंसक
हमारी सारी
पुरुष जाति
बैठे हैं अब
करते प्रतीक्षा
आएगा अवतार
करेगा रक्षा
हर कूचा
हर गली
है अपमानित
द्रौपदी...
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